10 जुलाई को हुई अहम सुनवाई में नीट 2024 से जुड़ी सबसे बड़ी याचिका पर एमपी हाईकोर्ट ने फिलहाल कोई अंतिम फैसला नहीं सुनाया है। कोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद निर्णय को “रिजर्व” कर लिया है। यानी अब फैसला आने में कुछ दिन का वक्त और लगेगा, जिससे नीट काउंसलिंग की प्रक्रिया और ज़्यादा टल सकती है।
क्यों थी ये सुनवाई महत्वपूर्ण?
देशभर के लाखों मेडिकल स्टूडेंट्स इस फैसले का इंतज़ार कर रहे थे। नीट परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत के चलते कुछ छात्रों ने दोबारा परीक्षा (रीटेस्ट) की मांग की थी। खासकर इंदौर के सेंटर से 75 छात्रों ने याचिका दाखिल की थी, जिसमें कहा गया था कि उन्हें पेपर के दौरान विजिबिलिटी की समस्या हुई और प्रश्न स्पष्ट नहीं दिखे।
लेकिन कोर्ट ने अपनी बात रखते हुए यह भी कहा कि 22 लाख से ज़्यादा छात्रों ने नीट परीक्षा दी थी, और सभी का चयन संभव नहीं है। ऐसे में अगर रीट की अनुमति दी जाती है, तो इससे न केवल लाखों छात्रों की मेहनत पर असर पड़ेगा, बल्कि काउंसलिंग भी काफी देर से शुरू होगी।
क्या कहा गया कोर्ट की टिप्पणी में?
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने छात्रों की चिंता को गंभीरता से समझा। जजों ने माना कि स्टूडेंट्स पर तनाव है और कई छात्रों ने एक या उससे अधिक साल ड्रॉप करके मेहनत की है। इसके बावजूद, कोर्ट ने साफ किया कि केवल 75 छात्रों के लिए पूरे देश की काउंसलिंग प्रक्रिया को रोकना व्यावहारिक नहीं है।
सरकारी वकील ने यह भी बताया कि जिन सेंटर्स को “अफेक्टेड” बताया जा रहा है, उन्हीं में से एक छात्र ने ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की है और 11 छात्र ऐसे हैं जिन्होंने 600 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि तकनीकी समस्या के बावजूद कई छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया।
क्या रीट के चांस हैं?

जैसा कि कोर्ट ने कहा, सभी सबूत और दलीलें सुनी जा चुकी हैं, लेकिन अभी और विश्लेषण की ज़रूरत है। इसीलिए निर्णय को रिजर्व कर दिया गया है। संभावना जताई जा रही है कि यह फैसला अगले कुछ दिनों, संभवतः सोमवार तक आ सकता है। फिलहाल, रीट की संभावना बहुत कम लग रही है, लेकिन अंतिम निर्णय का इंतज़ार करना ही सही होगा।
काउंसलिंग और सेशन पर असर
सबसे बड़ा सवाल यही है कि अब काउंसलिंग कब शुरू होगी? कोर्ट के फैसले में देरी का मतलब है कि काउंसलिंग प्रक्रिया भी पिछड़ जाएगी। अब उम्मीद की जा रही है कि मेडिकल काउंसलिंग अगस्त के पहले या दूसरे हफ्ते से शुरू हो सकती है। यही ट्रेंड पिछले साल भी देखा गया था।
छात्रों के लिए क्या है अगला कदम?
फिलहाल छात्रों को संयम और धैर्य से काम लेने की सलाह दी जाती है। जो भी फैसला आएगा, वह सार्वजनिक रूप से घोषित किया जाएगा। तब तक छात्रों को मानसिक रूप से काउंसलिंग की देरी के लिए तैयार रहना चाहिए और अपने डॉक्यूमेंट्स आदि की तैयारी बनाए रखनी चाहिए।
निष्कर्ष
नीट 2024 को लेकर चल रही असमंजस की स्थिति फिलहाल खत्म नहीं हुई है। हालांकि रीट की संभावना कम बताई जा रही है, लेकिन जब तक हाईकोर्ट का स्पष्ट फैसला नहीं आता, तब तक इंतज़ार ही विकल्प है। छात्रों की मेहनत और मानसिक स्थिति को समझते हुए यह ज़रूरी है कि उन्हें जल्द से जल्द स्पष्टता मिले — ताकि वे अपने मेडिकल करियर की अगली तैयारी ठीक से कर सकें।
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